One Vehicle One FASTag: सोमवार 1 अप्रैल 2024 से पूरे देश में भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) का ‘एक वाहन, एक फास्टैग‘ नियम लागु हो गया है। यह नियम फास्टैग के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए है।
One Vehicle One FASTag: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (National Highways Authority of India – NHAI) का ‘एक वाहन, एक फास्टैग‘ नियम जिस तरह से सोमवार से पूरे देश में लागू हो गया है, उसका मुख्य उद्देश्य है कि हर गाड़ी के लिए सिर्फ एक ही फास्टैग का इस्तेमाल होना चाहिए। इससे सफ़र के वक़्त में आसानी होगी और टोल बूथों पर भी ज्यादा अनावश्यक भीड़ नहीं होगी। यह नियम फास्टैग के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए है, जो डिजिटल ट्रांसेक्शन को बढ़ावा देता है और टोल के वक़्त ज्यादा आसानी से सफ़र हो पायेगा। (One Vehicle One FASTag)
National Highways Authority of India (NHAI) के इस रूल के मुताबिक, जो लोग 1 अप्रैल से ज्यादा फास्टैग का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हें 1 अप्रैल के बाद अपने गाड़ियों के लिए एक ही फास्टैग का इस्तेमाल करना होगा। यह नियम सड़क यातायात में आसानी और ट्रांस्परंसी लाने के लिए बनाया गया है। इससे टोल बूथों पर भी ज्यादा आसानी होगी और लंबी कतारें भी कम होंगी। (One Vehicle One FASTag)
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भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के इस नियम के पालन का सुनिश्चित करने के लिए, NHAI ने सूचना को जनता के बीच व्यापकतर से साझा किया है। इससे सभी वाहनधारकों को अप्रैल 1 के बाद से इस नए नियम का पालन करना होगा।
31 मार्च तक थी डेडलाइन
NHAI ने ‘एक वाहन, एक फास्टैग‘ स्कीम की डेडलाइन को 31 मार्च तक बढ़ा दि थी। इसका मुख्य उद्देश्य फास्टैग का इस्तेमाल करने वाले वाहन मालिकों को ज्यादा वक़्त देना था, ताकि वे इस नए नियम का पालन कर सकें। फास्टैग भारत में टोल संग्रह की इलेक्ट्रॉनिक व्यवस्था है और इसका संचालन NHAI यानि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किया जाता है। यह स्कीम सुरक्षित, तेज़ और जन साधारण टोल प्रणाली को प्रोत्साहित करने के लिए बनायीं गयी है। इस नियम के मुताबिक, एक वाहन के लिए केवल एक ही फास्टैग का इस्तेमाल किया जाना चाहिए, जो सफ़रको आसान और सुगम बनाता है। (One Vehicle One FASTag)
1 व्हीकल 1 फास्टैग का उद्देश्य
NHAI के ‘एक वाहन, एक फास्टैग‘ पहल का मुख्य उद्देश्य इलेक्ट्रॉनिक टोल कलेक्शन सिस्टम की कुशलता और सुगमता को बढ़ाना है। इस पहल के द्वारा NHAI चाहता है कि एक वाहन के लिए केवल एक ही फास्टैग का इस्तेमाल, जो टोल प्लाजा पर आसान आवाजाही और टोल कलेक्शन की दक्षता को बढ़ावा देगा। इससे सफ़र के वक़्त में कटौती होगी और लंबी कतारें कम होंगी। (One Vehicle One FASTag)
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इस पहल के अंतर्गत, NHAI ने निर्धारित किया है कि एक वाहन के लिए केवल एक ही फास्टैग होना चाहिए। जब किसी वाहन के पास कई फास्टैग होते हैं, तो उन्हें खास वाहन से संबंधित करने पर रोक लगाई जाएगी। यह नियम अव्यवसायिक टोल प्लाजा पर सुगमता बढ़ाने के साथ–साथ गाड़ी के मालिकों को भी जागरूक करेगा कि वे सही तरीके से फास्टैग का इस्तेमाल करें। इससे टोल बूथों पर आसानी से लोग सफ़र कर सकेंगे और अव्यवसायिकता कम होगी। (One Vehicle One FASTag)
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने Paytm की सहयोगी इकाई, पेटीएम पेमेंट्स बैंक लिमिटेड (PPBL) के ग्राहकों और कारोबारियों को 15 मार्च तक अपने खाते को दूसरे बैंकों में स्थानांतरित करने की सलाह दी थी। इस निर्देश का मुख्य उद्देश्य था कि ग्राहक और व्यापारी अपनी आर्थिक सुरक्षा को बढ़ावा दें और बेलगाम वित्तीय इन्फेक्शन से बचाव करें। यह निर्देश एक पॉजिटिव कदम के रूप में देखा गया, जिससे लोगों को उनके वित्तीय लेन–देन को सुरक्षित रखने में मदद मिल सके। इसके बावजूद, कृपया किसी भी विवरण और तारीख की पुष्टि के लिए निर्देशों की आधिकारिक वेबसाइट या संबंधित वित्तीय संस्था की वेबसाइट की जांच करें। (One Vehicle One FASTag)
फास्टैग यूजर्स
फास्टैग की पहुंच लगभग 98 प्रतिशत वाहनों तक है और इसके आठ करोड़ से ज्यादा इस्तेमाल करनेवाले हैं। फास्टैग का इस्तेमाल सीधे टोल मालिक से जुड़े प्रीपेड या बचत खाते से टोल भुगतान करने के लिए रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक का इस्तेमाल करता है। (One Vehicle One FASTag)
आरएफआईडी तकनीक का इस्तेमाल करते हुए, फास्टैग गाड़ी के चेहरे पर लगे रेडियो चिप के जरिये टोल भुगतान की जानकारी को पहचानता है। यह सिस्टम गाड़ियों को टोल बूथ पर रुकने के लिए नहीं बल्कि अनुमति के साथ जल्दी से आगे जाने की अनुमति देता है। इससे सफ़र का वक़्त भी कम होता है और टोल प्लाजा पर ज्यादा भीड़ नहीं होती। इस तकनीक का इस्तेमाल करके टोल कलेक्शन प्रक्रिया को भी ज्यादा आसान बनाया गया है। (One Vehicle One FASTag)
इस बारे में ऑफिसियल जानकारी पाने के लिए आप भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण,सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय, भारत सरकार (nhai.gov.in) इस वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले सकते हैं।