Volkswagen :
दुनियाभर में गाड़ियाँ बनानेवाली प्रमुख कम्पनियाँ electric उर्जा पर चलनेवाली वाहनों के निर्माण में लगी हैं| उसके पीछे के कारण सामान्य रूप से सभी को पता हैं, जो की वायु प्रदुषण हैं| वायु प्रदुषण में वाहनों से निकलने वाला कार्बन ही ज्यादा मात्र में हैं|
भविष्य में पृथ्वी से निकलनेवाले ईन्धन की कमी हो जाएगी| फिर उस वक्त हमें क्या करना चाहिए , उसका इन्ताज आज ही करना होगा| उस कमी को वक्त रहते ही निपटना चाहिए| इसी लिए automobile क्षेत्र में गाड़ियों की निर्माण में लगी ज्यादातर कम्पनियाँ electric वाहनों के ही निर्माण में ही अपना लक्ष्य बना रही हैं|
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इन वाहनों का निर्माण बंद:
उस लक्ष्य को पूरा करने के लिए पट्रोल और डीसल के वाहनों का निर्माण ही बंद करना पड़ेगा| अगर पेट्रोल और डीसल के वाहनों को ही बंद किया जाय तो लोग पेट्रोल और डीसल पर चलनेवाले वाहन खरीद नहीं पाएंगे| परिणाम स्वरुप लोग electric गाड़ियाँ ही खरीदेंगे|
इस योजना को पूरा करने के लिए वोल्क्स्वगन कंपनी ने इस साल के अंत तक नॉर्वे में अपने पेट्रोल और डीसल पर चलनेवाले वाहन बंद करने का फ़ैसला किया हैं| याने की दिसंबर २०२३ के बाद से नॉर्वे में कोई पेट्रोल या डीजल कारें नहीं बेची जाएगी।
Norway में वोल्क्स्वगन के ‘आयातक मोलर मोबिलिटी ग्रुप‘ ने इसकी जानकारी दी है। अभी से Volkswagen कंपनी की इलेक्ट्रिक कारें Norway में बेची जाएंगी। वोल्क्स्वगन कंपनी दिसंबर २०२३ तक आंतरिक दहन इंजन यानि ICE कार ऑर्डर का लक्ष्य पूरा करने में लगी हैं| जनवरी २०२४ से कंपनी अपने electric मॉडल के वाहन लोगों के सेवा में देगी| Norway इलेक्ट्रिक वाहनों के मामले में विश्व में सबसे आगे है|
अगर आप Volkswagen गाड़ी के बारे में और जानकारी लेना चाहते हैं तो आप Volkswagen कंपनी की https://www.volkswagen.co.in/en.html इस आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर जानकारी ले सकते हैं